Nadi Ka Paryayvachi Shabd: पर्यायवाची शब्द वे शब्द होते हैं जो किसी एक शब्द के समान अर्थ वाले होते हैं। पर्यायवाची शब्दों का प्रयोग करने से हमारे वाक्य अधिक मज़ेदार और प्रभावी बनते हैं। आइए जानते हैं नदी के कुछ प्रमुख पर्यायवाची शब्द।
Nadi Ka Paryayvachi Shabd (नदी का पर्यायवाची शब्द)
- सरिता
- तरंगिणी
- तटिनी
- निर्झरिणी
- आपगा
- निम्नगा
- कूलंकषा
- वाहिनी
- अपगा
- शैवालिनी
- शैलजा
- सिंधुगामिनी
- स्रोतस्विनी
- जलमाला
- प्रवाहिनी
- पयस्विनी
- तरनी
- तटिया
- कल्लोलिनी
- लहरी
- सरी
- तरंगवती
- द्वीपवती
- लरमाला
- निर्झरणी
- धारा
- प्रवाह
- जलमार्ग
- नाद
- कुल
- नैया
- तरिणी *तरी
- जल वाहन
- ब्रह्मर्षि
- ब्रह्म-पुत्र
- देवर्षि
- ब्रह्मर्ष
- अम्बुधारा
- अम्बुवती
- अम्भोदधि
- जलरुपी
- जलधारी
- जलपथ
- जलप्रवाह
इतने सारे पर्यायवाची शब्दों का प्रयोग करने से हमारी भाषा अधिक समृद्ध हो जाती है। आइए अब इन शब्दों को वाक्यों में कैसे प्रयोग किया जा सकता है वह देखते हैं।
नदी के पर्यायवाची शब्द का वाक्य में प्रयोग
- सुबह के समय, सरिता पारिस्थितिकी खेतों में बह रही थी।
- हम सभी दोस्त तटिनी के किनारे बैठक करते थे।
- प्रदूषण को कम करने के लिए हमें निर्झरिणी का पानी स्वच्छ रखना आवश्यक है।
- जलमाला के आसपास की जड़ों में वन्यजीवों का आवास पाया जाता है।
- किसान प्रवाहिनी के पानी से खेतों की सिंचाई करते हैं।
- सरकार ने पयस्विनी पार करने के लिए नए पुल बनाने की योजना बनाई है।
- गर्मियों में, कल्लोलिनी की धारा में हाथी और बाघ नहाने आते हैं।
- हर साल, लहरी के किनारे पर्यटक आकर विश्राम करते हैं।
- सरी के जल में कई प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
- तरंगवती की लहरों की आवाज सुन कर मन को शांति मिलती है।
‘न’ अक्षर के पर्यायवाची शब्द
न अक्षर के कुछ प्रमुख पर्यायवाची शब्द निम्नलिखित हैं:
- नदी – स्त्रोतस्विनी, लहरी, अपगा, निम्नगा, तरिणी
- नमक – लवण, लान, समरस, नोन
- नश्वर – विनाशी, नाशवान्, मरणशील, नाशाधीन, अनित्य
- निजी – व्यक्तिगत, खुद का, स्वकीय, अपना
- नित्य – शाश्वत्, अमर, अविनाशी, अमर्त्य, अनश्वर, सदा
- नील – श्याम, नीलम, वटवन, नैऋत्य
- नृत्य – नृत, नाच, क्रीडा, भांगिमा
- नागरिक – प्रजाजन, लोक, जनता
- नाथ – स्वामी, ईश्वर, भगवान
- निर्जन – सुनसान, शून्य, वीरान
इस प्रकार ‘न’ अक्षर से शुरू होने वाले कई महत्वपूर्ण शब्दों के पर्यायवाची शब्द हैं, जिनका प्रयोग कर हम अपनी भाषा को और अधिक समृद्ध एवं प्रभावी बना सकते हैं।
इस प्रकार हम देख सकते है कि नदी के पर्यायवाची शब्दों का प्रयोग करके हम अपने लेखन को बेहतर बना सकते हैं।